The best Side of Shodashi
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Celebrations like Lalita Jayanti underscore her importance, wherever rituals and offerings are made in her honor. These observances really are a testomony to her enduring allure and the profound effects she has on her devotees' lives.
ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा॥
चक्रेश्या पुर-सुन्दरीति जगति प्रख्यातयासङ्गतं
साम्राज्ञी चक्रराज्ञी प्रदिशतु कुशलं मह्यमोङ्काररूपा ॥१५॥
देवीं मन्त्रमयीं नौमि मातृकापीठरूपिणीम् ॥१॥
He was so effective that he manufactured the complete entire world his slave. Sage Narada then requested the Devas to conduct a yajna and in the fire with the yajna appeared Goddess Shodashi.
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
देवस्नपन दक्षिण वेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
हस्ते चिन्मुद्रिकाढ्या हतबहुदनुजा हस्तिकृत्तिप्रिया मे
वृत्तत्रयं च धरणी सदनत्रयं च श्री चक्रमेत दुदितं पर देवताया: ।।
प्रणमामि महादेवीं मातृकां परमेश्वरीम् ।
यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं
Phase two: Get a picture of Mahavidya Shodashi and more info position some bouquets in front of her. Present incense sticks to her by lighting the identical before her photograph.
प्रासाद उत्सर्ग विधि – प्राण प्रतिष्ठा विधि