Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Secrets
Wiki Article
डर को दूर करने की प्रक्रिया की शुरुआत उसे पहचानने से होती है।
डर को कैसे दूर भगाएं
Abhishek Dhruw Namaskar dosto! I am the writer of the website, I have fine know-how on Yoga and Meditation, I love to spread positivity through my words.
डर बहुत गहरा या पुराना हो सकता है। यदि आप:
अक्सर देखा जाता है की कई बार शरीर से बलिष्ठ लोग भी डरपोक होते हैं. जबकि हकीक़त में दुसरे लोग उसके शरीर को देख देख कर अन्दर से उनसे डर रहे होते हैं.
इसके उलट गलत काम करने वाले लोग हमेशा डरे डरे रहने लगते हैं.
अक्सर हमारा डर समाज की अपेक्षाओं और जजमेंट से जुड़ा होता है। “लोग क्या कहेंगे?” इस एक सवाल ने हजारों सपने रोक दिए।
“मैं जो भी करता हूँ, उसमें सफल होता हूँ।”
ज्यादा डर लगने से होता यह हैं मन में ऐसे विचार और घटनाएं आने लगती हैं, मन ऐसी घटनाओं की कलपना करने लगता हैं जो वास्तव में घटित ही नहीं हुईं होती हैं। यहीं डर लगने का मूल और असली कारण होता हैं अर्थात् डर लगने से आप और डरते हैं।
अंत में लिखिए – “अब मैं तुम्हें छोड़ रहा हूँ। तुम अब मेरे जीवन के राही नहीं हो।”
हर किसी के मन में किसी न किसी बात को लेकर डर की स्थिति होती है। इस मन के डर को कैसे निकालें, इसके लिए इन बातों का ख्याल रखें।
हम जानते हैं कि बच्चों को किसी चीज से डर नहीं लगता, क्योंकि उन्होंने पहले कभी उसे अनुभव नहीं किया होता है। हम जैसे-जैसे बड़े होते हैं, अनुभव लेते हैं तो उन अनुभवों के आधार पर हम डर तय करते हैं। योग और ध्यान साधना ही मन के अंदर व्याप्त डर को दूर करने का मंत्र है।
इस हालत में, मैं एकदम कोने में जाकर बैठ गई और मैंने कुछ देर तक ध्यान किया। उन चंद मिनटों के गहरे मौन के बाद मानो कि कोई जादू ही हो गया हो। मैं अंदर से एकदम शांत हो गई और मुझे एक नया आत्मविश्वास मिल click here गया।
हर बार जब आप कोई छोटा कदम लेते हैं, डर थोड़ा कम हो जाता है।